The best Side of baglamukhi sadhna



२४. ॐ ह्लीं श्रीं जं श्रीभग-सर्पिण्यै नमः -वाम- मणि-बन्धे (बाईं कलाई में) । २५.

दुष्ट-स्तम्भनमुग्र-विध्न-शमनं दारिद्रय-विद्रावणम्१ । भू-भृत्-स्तम्भन-कारणं२ मृग-दृशां चेत:- समाकर्षणाम् ३।।सौभाग्यैक-निकेतनं मम दृशोः कारूण्य-पूर्णेक्षणम् । विघ्नौघं बगले! हर प्रति-दिनं कल्याणि! तुध्यं नमः ।।सायं-कालीन बगला- गायत्री का ध्यान-मातर्भञ्जय मद्-विपक्ष-वदनं जिह्वाञ्चलं कीलय । ब्राह्मीं मुद्रय मुद्रयाशु धिषणामंध्रयो-गतिं स्तम्भय ।।शत्रूंश्चूर्णय चूर्णयाशु गदया गौराङ्गि पीताम्बरे! । विघ्नौघं बगले ! हर प्रति-दिनं कल्याणि! तुभ्यं नमः ।।मानस-पूजन – ॐ लं पृथ्वी- तत्त्वात्मकंगन्धं श्रीब्रह्मास्त्र बगला-देवता-प्रीतये समर्पयामिनमः। ॐ हं आकाश-तत्त्वात्मकं पुष्पं श्रीब्रह्मास्त्र बगला-देवता-प्रीतये समर्पयामि नमः । ॐ यं वायु-तत्वात्मकं धूपं श्रीब्रह्मास्त्र बगला-देवता-प्रीतये घ्रापयामि नमः । ॐ रं अग्नि-तत्त्वात्मकंदीपं श्रीब्रह्मास्त्र बगला-देवता-प्रीतये दर्शयामि नमः । ॐ वं जल तत्त्वात्मकं नैवेद्यं श्रीब्रह्मास्त्र- बगला-देवता-प्रीतये निवेदयामि नमः । ॐ सं सर्व-तत्त्वात्मकं ताम्बूलं श्रीब्रह्मास्त्र बगला-देवता-प्रीतये समर्पयामि नमः ।मन्त्र -ॐ ह्लीं ब्रह्मास्त्राय विह्महे स्तम्भन-बाणाय धीमहि तन्नः बगला प्रचदियात् ।

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१५. श्रीभग-जिह्वायै नमः ऐश्वर्य-प्रिया-शक्ति को नमस्कार।

२. श्रीस्तम्भिन्यै नमः शत्रुओं का वाक्-स्तम्भन (नियन्त्रण) करनेवाली शक्ति को नमस्कार।

॥ श्रीविश्व-सारोद्धार-तन्त्रे श्रीबगला- मुखी-विश्व-विजय-कवचम् ।।

Guru really should be skilled. She or he really should not be restricted to mere garments and sermons. One particular who will make everyone cry and can make everyone chortle, convinces with stories; Expert with this kind of protean personalities exists everywhere as guru and sadguru.

श्रीभैरव-ऋषये नमः शिरसि, विराट्-छन्दसे नमः मुखे, श्रीबगला-

श्रीमहा-विद्या-पीताम्बरा-बगला-मुखी-कवच

अन्त में भगवती बगला का मानसिक more info पूजन करना चाहिए। यथा-

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पीनोन्नत-कुचां स्निग्धां, पीतालाङ्गीं सुपेशलाम् । त्रि-लोचनांचतुर्हस्तां, गम्भीरांमद-विह्वलाम् ।।२

३१. ॐ ह्लीं श्रीं णं श्रीधात्र्यै नमः–दक्ष-पादांगुल्यग्रे (दाँएँ पैर की अँगुलियों के अग्र भाग मे)

को नमस्कार। अथवा पीले वस्त्रवाली देवी को नमस्कार। बगला-मुखी-शत्रु-विनाशक-कवचम्

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